Saturday, 20 December 2014

Team India consecutive losing rapid wickets in last nine innings

क्या धौनी और टीम ने इन दो अजीब चीजों पर गौर फरमाया?

क्या धौनी और टीम ने इन दो अजीब चीजों पर गौर फरमाया?
(शिवम् अवस्थी), नई दिल्ली। टीम इंडिया ने ब्रिस्बेन टेस्ट भी गंवा दिया और सीरीज में 0-2 से पिछड़ गई। पहले टेस्ट में जहां हम जीत की दहलीज पर होके भी 48 रन से हार गए वहीं दूसरे टेस्ट में अच्छी शुरुआत के बावजूद हमने मैच हाथ से निकलने दिया। दरअसल, टीम इंडिया की फिसलने की पुरानी आदत आज भी कायम है और उसका सबूत हैं ये दो अजीब और अनचाहे आंकड़े जिन पर शायद टीम इंडिया को अब ध्यान देने की जरूरत है।
- 'ताश के पत्तों का महल', ये हैं आकड़ेः
लगातार विकेट गंवाने की वो पुरानी आदत आज भी कायम है और ताजा आंकड़े तो देखें तो ये भी कह सकते हैं कि ये चरम पर पहुंच चुकी है। टीम का बल्लेबाजी क्रम हर मैच में ताश के पत्तों की तरह बिखरता नजर आता है। दरअसल, लगातार नौवीं टेस्ट पारी में टीम इंडिया ने पांच या उससे ज्यादा विकेट महज 100 रन के अंदर गंवा दिए। दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में टीम इंडिया ने एक समय 76 रन पर एक विकेट गंवाया था और देखते-देखते 117 पर छह विकेट हो चुके थे। यानी 41 रन के अंदर भारत ने अपने पांच विकेट गंवा दिए। इससे पहले, पहले टेस्ट में तो भारतीय टीम जीत की दहलीज पर थी लेकिन अंतिम दिन के अंतिम सत्र में ही भारतीय टीम ने अपने सात-आठ विकेट गंवा दिए और मैच 48 रनों से गंवा दिया। लगातार नौ टेस्ट पारियों में टीम का यही हाल हुआ है, क्या इस पर टीम मैनेजमेंट ने गौर फरमाया है?
- क्या धौनी टीम में सिर्फ कप्तानी के लिए हैं, जानिए ये अजीब रिकॉर्डः
जाहिर है कि धौनी एक बेहतरीन फिनिशर के तौर पर शानदार साबित हुए हैं लेकिन टेस्ट टीम में क्या वो सिर्फ एक कप्तान होने की वजह से मौजूद हैं? धौनी ब्रिस्बेन टेस्ट की दूसरी पारी में शून्य पर आउट हुए और टेस्ट क्रिकेट में किसी विकेटकीपर-कप्तान द्वारा सबसे ज्यादा 8 बार शून्य पर आउट होने का अनचाहा रिकॉर्ड बना दिया। वहीं इस मामले में वो विश्व के तीसरे ऐसे कप्तान भी बन गए हैं जो सबसे ज्यादा बार शून्य पर आउट हुए। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ (10 बार) और न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान स्टीफन फ्लेमिंग (13 बार) ही बस इस मामले में धौनी से आगे हैं।

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